क्या आपने आज शिव-पार्वती का अभिषेक किया? हरियाली अमावस्या पर प्रकृति, पितृ और प्रेम तीनों का आशीर्वाद पाने का दुर्लभ मौका!

क्या आप जानते हैं कि आज (24 जुलाई) ऐसा शुभ दिन है जब शिव कृपा, प्रकृति की हरियाली और पितरों की आत्मा, तीनों को प्रसन्न किया जा सकता है? हरियाली अमावस्या सिर्फ एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि आत्मा, पर्यावरण और भावनाओं से जुड़ा आध्यात्मिक उत्सव है — जिसमें एक साधारण पूजा भी असाधारण फल दे सकती है।

🌱 हरियाली अमावस्या: प्रकृति का उत्सव और आत्मा की शांति का पर्व

सावन की अमावस्या को “हरियाली अमावस्या” कहा जाता है, क्योंकि इस वक्त वर्षा ऋतु चरम पर होती है और धरती हरियाली से ढकी होती है। यही समय होता है जब नई ऊर्जा, नई फसलें और जीवन की नवीनता महसूस होती है। इस साल यह पर्व सर्वार्थ सिद्धि योग में मनाया जा रहा है, जिससे इसका महत्व और भी बढ़ गया है।

🕉️ शिव और पार्वती का अभिषेक: प्रेम, संतुलन और सौभाग्य का मंत्र

इस पावन दिन भगवान शिव और माता पार्वती का अभिषेक करना बहुत शुभ माना गया है। यदि पति-पत्नी साथ में यह पूजा करें, तो वैवाहिक जीवन में प्रेम और शांति बनी रहती है। शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, गंगाजल, चंदन, और मौसमी फूल अर्पित करें। “ॐ नमः शिवाय” का जप कर शिव कृपा प्राप्त करें।

🔥 पितरों के लिए धूप-ध्यान: आत्मिक जुड़ाव और आशीर्वाद

अमावस्या पितृ तर्पण के लिए सर्वश्रेष्ठ दिन मानी जाती है। आज दोपहर घर में पितरों के लिए धूप-ध्यान करें।

  • गाय के गोबर से बने कंडों को जलाकर जब धुआँ थम जाए, तब गुड़ और घी अर्पित करें।
  • मंत्र जपें: “ॐ पितृदेवेभ्यो नम:”
  • हथेली में जल लेकर पितरों को अर्पित करें
  • बाद में गाय, कुत्ते और कौओं को रोटी खिलाएं — ये भी पितृ सेवा का ही भाग है।

🌳 वृक्षारोपण: प्रकृति को धन्यवाद कहने का तरीका

हरियाली अमावस्या पर पौधा लगाना सिर्फ धार्मिक कर्म नहीं, बल्कि प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर है।

  • धन और लक्ष्मी के लिए: तुलसी, आंवला, बेल
  • स्वास्थ्य लाभ के लिए: नीम, ब्राह्मी, पलाश
  • सौभाग्य के लिए: केला, पीपल, अशोक, वट
    कोशिश करें कि आप सार्वजनिक स्थान पर पौधा लगाएं और उसकी देखभाल का संकल्प लें।

🚫 आज के दिन क्या न करें?

  • वृक्षों की कटाई से बचें
  • मांस-मदिरा का सेवन न करें
  • क्रोध, वाद-विवाद और असंतुलन से दूर रहें
  • घर में शांति बनाए रखें और सात्विक भोजन करें

📿 आज क्या करें – संक्षेप में

✅ पवित्र स्नान करें (गंगाजल मिला सकते हैं)
✅ शिवलिंग पर जल-दूध चढ़ाएं
✅ बेलपत्र, धतूरा, चंदन, शमी पत्र अर्पित करें
✅ पौधे लगाएं
✅ पितृ तर्पण और दान करें
✅ शांति से दिन बिताएं

❤️ आपके मन में क्या भाव हैं?

क्या आपने आज कोई पौधा लगाया या शिव-पार्वती की पूजा की?
क्या आपने पितरों के लिए कुछ किया?
नीचे कमेंट में बताएं — 🌿 आपके कर्म ही आपके भाव दर्शाते हैं।

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